इजराइल-हमास युद्ध के बीच भारत ने बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान किया है। भारत ने संघर्ष में नागरिकों की मौतों पर चिंता जताई और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के कड़ाई से पालन पर जोर दिया।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि हमने कई मौकों पर स्थिति स्पष्ट की है। इजरायल पर हुए हमले की निंदा की है। आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करने और बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान किया है और मानवीय सहायता के प्रयासों का स्वागत किया है। भारत ने गाजा में 38 टन मानवीय राहत सामग्री भी भेजी है।
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बांग्लादेश में चुनाव उसका आंतरिक मामला
बांग्लादेश में विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई के बारे में बागची ने कहा कि बांग्लादेश में चुनाव उनका आंतरिक मामला है। बांग्लादेश के लोगों को अपना भविष्य खुद तय करना है। भारत बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करता है।भारत ने कैनबरा में पूर्व भारतीय उच्चायुक्त के खिलाफ आस्ट्रेलियाई अदालत के फैसले को खारिज कर दिया है। अदालत ने पूर्व भारतीय उच्चायुक्त नवदीप सिंह सूरी को एक पूर्व घरेलू कर्मचारी को हजारों डालर का मुआवजा देने का आदेश दिया गया था। घरेलू कर्मचारी ने उन पर अनुचित परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर और शोषण का आरोप लगाया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कैनबरा से राजनयिक संबंधों पर वियना कन्वेंशन के तहत अपने दायित्वों को निभाने का आह्वान किया।
विदेशी सरकारों पर दबाव डालता रहेगा भारत
एअर इंडिया के यात्रियों के खिलाफ प्रतिबंधित खालिस्तानी समर्थक समूह द्वारा जारी की गई धमकी के संबंध में भारत ने कहा कि वह ऐसे चरमपंथी तत्वों को जगह न देने के लिए विदेशी सरकारों पर दबाव डालना जारी रखेगा।